बिहार बोर्ड हिन्दी
Class 12th
Top 10 लघु एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
पढ़े वही जो परीक्षा में आए
1. बातचीत की कला अर्थात आर्ट ऑफ कन्वर्सेशन क्या है?
उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित बातचीत पाठ से लिया गया है। आर्ट ऑफ कन्वर्सेशन का अर्थ होता है कि वार्तालाप की कला अर्थात आज ऑफ कन्वर्सेशन यूरोप के लोगों में प्रसिद्ध है। यहां के लोगों को बातचीत करने का हुनर है। बातचीत के जरिए अपना गुण-दोष प्रकट करते हैं।
2. बातचीत निबंध की विशेषताएं बताएं?
उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित बातचीत पाठ से लिया गया है। बातचीत के माध्यम से बालकृष्ण भट्ट यह बतलाना चाहते हैं। कि बातचीत से ही मनुष्य का साक्षात्कार होता है। अर्थात जब तक मनुष्य बोलता नहीं तब तक उसके गुण दोष प्रकट नहीं होता है। एक तरफ से देखा जाए तो बातचीत वह केंद्र बिंदु है जिसके द्वारा मनुष्य के अंदर छुपा हुआ। गुण -दोष समझा जा सकता है। और यह स्पष्ट है कि मौन रहने से व्यक्ति का गुण दोष प्रकट नहीं होता है।
3. बातचीत के संबंध में बेन जॉनसन और एडिशन के विचार को लिखें?
उत्तर:- मनुष्य का गुण दोष प्रकट करने के लिए बातचीत आवश्यक है। बेन जॉनसन के अनुसार बोलने से ही मनुष्य का साक्षात्कार होता है। जो मनुष्य को अति महत्वपूर्ण है तथा एडिशन के अनुसार असल बातचीत सिर्फ दो व्यक्तियों में हो सकती है। और तीसरे व्यक्ति की उपस्थिति में उस बात को बदल दिया जाता है अर्थात जब दो व्यक्तियों होते हैं तो दिल खोल कर बात करते हैं और तीसरे व्यक्ति की उपस्थिति में उस बात को बदल दी जाती है।
4. अगर हममें वाकशक्ति न होती तो क्या होता?
उत्तर:- वाकशक्ति ईश्वर द्वारा दिया गया एक वरदान या उपहार है। अगर हममें वाकशक्ति न होती तो यह समस्त सृष्टि गूंगी प्रतीत होती। वाकशक्ति न होने से मनुष्य अपने सुख-दुख की भावना नहीं कह पाते। इसीलिए वह शक्ति का होना अति महत्वपूर्ण है। यह ईश्वर के द्वारा दिया गया मनुष्य को सबसे बड़ा उपहार है।
5. लहना सिंह के प्रेम के बारे में लिखें अथवा “उसने कहा था” कहानी में किसने किससे और क्यों कहा था?
उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति चंद्रधर शर्मा गुलेरी द्वारा रचित “उसने कहा था” कहानी से लिया गया है। इस कहानी का मुख्य पात्र लहना सिंह है। तथा बचपन में अचानक दुकान पर भेंट होने वाली सूबेदार हजारा सिंह की पत्नी है। साथ ही साथ बोधा सिंह भी उसी का बेटा है। एक दिन जब लाना सिंह फौज की ओर जा रहा था। तो हजारा सिंह का भी घर रास्ते में था। जब लहना सिंह हजारा सिंह के घर गया तो सूबेदारनी ने उसे पहचान लिया और सूबेदारनी ने उसे अकेले में अपने घर में बुलाया और उसे बचपन का बात बताया कि जिस प्रकार तुमने मेरी जान बचाई उसी तरह तुम मेरे पति और बेटे की रक्षा करोगे लहरा सिंह बचपन में सूबेदारनी से अटूट प्रेम करता था। तब बिना सोचे लहना सिंह ने उससे वादा कर दिया। जब युद्ध हो रहा था। तब लहना सिंह ने अपना जान देकर बोधा और हजारा सिंह को बचाया। ऐसे प्रेम करने वाला संसार में बहुत कम है।
6. लहना सिंह कौन है?
उत्तर :- लहना सिंह “उसने कहा था” कहानी का नायक है। लहना सिंह जर्मनी की लड़ाई में लड़ने वाले नंबर 77 के सीख राफल्स के जमादार है
7. “उसने कहा था” कहानी के पात्रों की एक सूची तैयार करें?
उत्तर:- “उसने कहा था” कहानी का मुख्य पात्र लहना सिंह है जिसके इर्द-गिर्द कहानी के घटनाक्रम घूम रहे हैं। उसके अतिरिक्त अन्य पात्र निम्नलिखित है।
(i) एक बालिका :- जिसकी भेंट कभी किशोर वस्था में लहना सिंह से हुई थी। कालांतर में उसका विवाह सूबेदार हजारा सिंह के साथ हुआ।
(ii) लहना सिंह :- कहानी का मुख्य पात्र
(iii) हजारा सिंह :- सूबेदार था अर्थात सूबेदारनी की पति
(iv) बोधा सिंह :- सूबेदारनी और सूबेदार का पुत्र
(v) लपटन साहब :- सेना का उच्च अधिकारी
(vi) वजीरा सिंह :- एक सैनिक
8. “कहती हो तुम राजा हो मेरे मुल्क को बचाने आए हो” वजीरा ने इस कथन में किसके ओर संकेत किया है?
उत्तर:- यह कथन इंग्लैंड की महिला फिरंगी मैम ने कहा था। फिरंगी मैम ने ब्रिटेन फ्रांस आदि की ओर संकेत करता है।
9. “उसने कहा था” कहानी का प्रारंभ कहां और किस रूप में होता है?
उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति महान कवि चंद्रधर शर्मा गुलेरी द्वारा रचित “उसने कहा था” कहानी से लिया गया है। इस कहानी का प्रारंभ अमृतसर के भीड़ भरे बाजार से होती है। जहां बम्बू कांटे वाले के बीच से होकर 12 वर्षीय एक लड़का (लहना सिंह) और 8 वर्षीय एक लड़की को टांगे के नीचे आने से बचाता है। जब लड़का लड़की से पूछता है “तेरी कुड़माई हो गई” तब लड़की धत कह कर भाग जाती है फिर दूसरे दिन लड़का धत कहकर भागने की वजह पूछता है। तब लड़की कहती है। “देखते नहीं यह रेशम से बना सालों” यह सुनकर लहना सिंह बौखला जाता है। जब लहना सिंह घर जाता है। तब रास्ते में जो भी मिलता हैं उसके साथ नटखटी हरकते करता है। लेकिन लहना सिंह लड़की से अटूट प्रेम करता है।
10. “और अब घर जाओ तो कह देना की मुझे जो उसने कहा था वह मैंने कर दिया?
उत्तर :- प्रस्तुत पंक्ति महान कवि चंद्रधर शर्मा गुलेरी द्वारा रचित उसने कहा था कहानी पाठ से लिया गया है। यह कथन लहना सिंह उस समय कहता है। जब युद्ध में हजार सिंह एवं बोधा सिंह की रक्षा करते हुए स्वयं घायल हो जाता है तथा बेहोशी में ही अपनी प्रियसी की विनम्रता की इच्छा याद करते हुए हजारा सिंह से कहता है कि अब घर जाओ तो कह देना कि मुझे जो उसने कहा था वह मैंने कर दिया।